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Blog posts of '2020' 'September'

घी नुकसान नहीं पहुंचाता, यह स्किन को चमकदार बनाने के साथ याद्दाश्त बढ़ाता है

ज्यादातर लोगों को गलतफहमी है कि घी सिर्फ शरीर में फैट और हृदय रोगों का खतरा बढ़ाता है। जबकि यह बात पूरी तरह सच नहीं है। सबसे जरूरी बात है कि घी कौन सा खाया जा रहा है, कितना ले रहे हैं और खाने वाला शारीरिक रूप से कितना एक्टिव है।घी शरीर के लिए कितना जरूरी है और इससे जुड़े भ्रम व तथ्य...

घी शरीर के लिए जरूरी क्यों है?
भारत में घी एक विरासत की तरह है। यह स्किन को बेहतर बनाने के साथ मेमोरी को भी शॉर्प करता है। ऐसे लोग जो कब्ज से परेशान हैं उनके लिए भी यह फायदेमंद है। यह स्किन को चमकदार बनाता है, जोड़ों में घर्षण पैदा करता है ताकि वे आसानी से मूव कर सकें। इसके अलावा इम्यून सिस्टम को स्ट्रॉन्ग बनाता है और दिल को सेहतमंद रखने के साथ कैंसर के खतरे को कम करता है।

शरीर में विटामिन-डी एब्जॉर्ब हो इसके लिए डाइट में घी जरूर शामिल करें। यह ब्लड शुगर को रेग्युलेट करने के साथ मेटाबॉलिक डिसऑर्डर का रिस्क कम करता है। साथ ही खाने के साथ मिलकर उसका ग्लाइसीमिक इंडेक्स घटाता है। इसलिए इसे सीमित मात्रा में डायबिटीज और मोटापे से परेशान लोग ले सकते हैं।

मार्केट में कई तरह के घी मौजूद हैं, कौन सा लेना बेहतर है?
दूध की मलाई से तैयार किया जाने वाला देसी घी सबसे बेहतर है। यह इसलिए भी फायदेमंद है क्योंकि यह गाय के दूध से तैयार किया जाता है। गाय के खाने में ज्यादातर हरी सब्जियां या पत्तियां शामिल होती हैं इसलिए इसके दूध से तैयार घी अधिक फायदेमंद है। ये न उपलबध होने पर भैंस के दूध से तैयार घी भी ले सकते हैं। दोनों तरह का घी न उपलब्ध होने के बाद ही जर्सी गाय के दूध से तैयार घी लें।

घी खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
सबसे जरूरी बात है कि घी ऐसा होना चाहिए जो दूध से मलाई और मलाई से तैयार मक्खन को मथकर बनाया गया हो न कि मलाई जो पकाकर। इसकी न्यूट्रिशनल वैल्यू ज्यादा होती है।

घी डाइट में किस रूप में शामिल करना चाहिए?
शुद्ध घी को किसी भी रूप में खाया जा सकता है। घी का इस्तेमाल डीप फ्राय करने, तड़का लगाने या फिर दाल-रोटी और परांठा बनाने में कर सकते हैं। पंजे और माथे पर इसे लगाने से ये रिलैक्सेशन देता है जिससे नींद अच्छी आती है। इसका स्मोकिंग प्वाइंट हाई होने के कारण इसे गर्म करने पर पोषक तत्व खत्म नहीं होते।

घी हमेशा से ही बहस का विषय रहा है कि यह ओवरवेट लोगों के लिए कितना सही है और क्या यह हृदय रोगों का कारण बनता है, यह कितना सही है?
बहस इसलिए होती रही है क्योंकि लोग घी और सेचुरेटेड फैट को लेकर भ्रमित रहते हैं। लेकिन लोगों में अवेयरनेस बढ़ रही है और समझ पा रहे हैं कि हर तरह का फैट बुरा नहीं होता। सभी सेचुरेटेड फैट एक जैसे नहीं होते। घी में विशेष कार्बन संरचना पाई जाती है जो इसमें मौजूद गुणों के लिए जिम्मेदार है। इसके अलावा इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स, कंजुगेटेड लाइनोलिक एसिड और विटामिन-ए, ई और डी पाया जाता है जो दिल को सेहतमंद रखता है।

बेकिंग सोडा और बेकिंग पाउडर में आप भी होते हैं कन्फ्यूज, तो यहां जानें दोनों के बीच ये अंतर

बेकिंग सोडा और बेकिंग पाइडर दोनों ऐसी चीजें है जिनका इस्तेमाल लगभग हर घर में होता है. लेकिन बहुत से लोगों को ये लगता है कि ये दोनों एक ही है, तो हम आपको बता दें कि बेकिंग सोडा और बेकिंग पाउडर दोनों अलग अलग चीजें है.

बेकिंग सोडा और बेकिंग पाउडर दोनों ही चीजें खाने को फुलाने के लिए यूज़ की जाती हैं. जब इन्हें आटे या मैदा में मिलाया जाता है, तो ये चीजों के साथ रिएक्ट कर उन्हें फुलाने का काम करती है. लेकिन दोनों को अलग-अलग तरीके से यूज़ किया जाता है. बेकिंग सोडा और बेकिंग पाइडर दोनों ऐसी चीजें है जिनका इस्तेमाल लगभग हर घर में होता है. लेकिन बहुत से लोगों को ये लगता है कि ये दोनों एक ही है तो हम आपको बता दें कि बेकिंग सोडा और बेकिंग पाउडर दोनों अलग अलग चीज है. जिनका इस्तेमाल भी अलग-अलग कामों के लिए किया जाता है. तो चलिए आज हम आपको बताते है बेकिंग सोडा और बेकिंग पाउडर के इस्तेमाल के बारे में-

बेकिंग सोड़ा और बेकिंग पाउडर में क्या अंतर ऐसे जानेंः
1. बेकिंग पाउडर चिकना मुलायम मैदे के जैसे होता है, लेकिन बेकिंग सोडा दरदरा होता है.

2. बेकिंग सोडा का इस्तेमाल खट्टी चीजों जैसे दही, छाछ और नींबू के रस में किया जाता है, लेकिन बेकिंग पाउडर का इस्तेमाल नमी वाली चीजों के लिए किया जाता है.

3. कोई भी नान, भटूरा जैसी चीजों को बनाने के लिए बेकिंग सोडा का इस्तेमाल किया जाता है, वही केक और बेकरी जिन्हे तला नहीं जाता उनमें बेकिंग पाउडर का इस्तेमाल किया जाता है.

बेकिंग सोडा का इस्तेमाल आप इन जरूरी कामों के लिए कर सकते हैंः
1. बेकिंग सोड़ा का इस्तेमाल आप खाना के अलावा कपड़े साफ करने में कर सकते है. अगर आपके कपड़े ज्यादा गंदे हो तो उन्हे साफ करने के लिए आप बेकिंग सोड़ा का इस्तेमाल कर सकते है.

2. घर की सफाई फ्लोर और टाइल्स को चमकाने का काम भी बेकिंग सोडा से किया जा सकता है.

3. खाना पकाने के बर्तन कभी-कभी बहुत अधिक जल जाते हैं जिन्हे आसानी से साफ नहीं किया जा सकता तब आप बेकिंग सोडा से उन जले बर्तनों को साथ कर सकते हैं.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. Pobara इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है!

हमारे पीएम नरेन्द्र मोदी जी ये पाँच डिशेज, जिन्हें खाने से कभी इंकार नहीं करते हैं !

आमतौर पर इस ऐज में भारत के लोगों में कई तरह की बीमारियां और कमजोरी देखने को मिलती है। लेकिन हमारे पीएम इस उम्र में भी किसी युवा की तरह ही जोश से भरे दिखाई देते हैं।इसके पीछे मुख्य वजह है उनका संतुलित भोजन।पीएम मोदी खाने में बेहद हेल्दी और सिंपल चीजें ही पसंद करते हैं।उन्हें तेल-मसाले वाली और चाइनीज-इटालियन की जगह देसी भारत और खासकर गुजराती डिशेज भाती हैं। पीएम मोदी की पसंद की वो 5 डिशेज जिन्हें खाने से वो कभी इंकार नही करते।

1. ढोकला: नरेंद्र मोदी की पसंदीदा चीजों में नंबर वन पर है ढोकला। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि अगर आपको ढोकला पसंद नहीं है तो आप सच्चे गुजराती नहीं है।

2. खांडवी: पीएम मोदी चाय के साथ खांडवी खाना काफी पसंद करते हैं। इस डिश को राई और करी पत्ते से छौंका जाता है। ये बेसन से बनता है। ऐश्वर्या राय को भी खांडवी काफी पसंद है।

3. खिचड़ी: मोदी को अपनी मां के हाथों से बनी खिचड़ी काफी पसंद है। उनके पर्सनल शेफ के मुताबिक, पीएम मोदी हफ्ते में तीन दिन खिचड़ी खाते हैं।

4. आम की चटनी: पीएम मोदी की प्लेट में आपको आम की चटनी जरूर दिखेगी। उन्हें आम की तीखी-मीठी चटनी काफी पसंद है।

5. श्रीखंड: मीठे में उन्हें श्रीखंड काफी भाता है। इसमें पिस्ता और बादाम डाला जाता है।