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तिल की तासीर गर्म होती है तनाव को कम करता है तिल,जानें इसके और भी हैरान कर देने वाले फायदे

तिल की तासीर गर्म होती है, जिसकी वजह से इसका सेवन सर्दियों में करना फायदेमंद होता है। तिल के सेवन से जहां शरीर को गर्माहट मिलती है, तो वहीं तिल में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट तत्व कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को रोकने में कारगर साबित होते हैं। तिल में मोनो-सैचुरेटेड फैटी एसिड भी होता है जो शरीर से बुरे कोलेस्ट्रोल को कम करता है।


सर्दियों में तिल और तिल से बनी गजक, चिक्की और लड्डू खाने का मजा ही अलग होता है। आमतौर पर तिल के साथ गुड़ और चीनी मिलाकर बहुत सारी मीठी चीजें(गजक, चिक्की और लड्डू) बनाई जाती है। छोट-छोटे काले-सफेद रंग के तिल में बहुत सारे औषधिय गुण प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। तिल की तासीर गर्म होती है, जिसकी वजह से इसका सेवन सर्दियों में करना फायदेमंद होता है। तिल के सेवन से जहां शरीर को गर्माहट मिलती है, तो वहीं तिल में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट तत्व कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को रोकने में कारगर साबित होते हैं। तिल में मोनो-सैचुरेटेड फैटी एसिड भी होता है जो शरीर से बुरे कोलेस्ट्रोल को कम करता है।

जानें तिल के फायदे

तनाव को कम करता है

तिल में कैल्श‍ियम, आयरन, मैग्नीशियम, जिंक और सेलेनियम समेत कई बहुत सारे ऐसे तत्व पाएं जाते हैं, लंबे समय तक तिल का सेवन किया जाए , तो तिल को खाने से शरीर के लिए जरूरी लवण और विटानिम पाए जाते हैं, जो हमारे तनाव को खत्म करने में सहायक होता है। साथ ही बार-बार डिप्रेशन की शिकायत को भी दूर करते हैं तिल।

हड्डियों की मजबूत करता है

तिल में प्रोटीन और एमिनो एसिड भरपूर मात्रा में होता है जो बच्चों की हड्डियों के विकास में मदद करता है। इसके अलावा यह मांसपेशियों में आने वाले खिंचाव को भी रोकता है।

दिल को मजबूत करता है

तिल में पाएं जाने वाले मोनो-सैचुरेटेड फैटी एसिड आपके शरीर के कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल रखने में मदद करता है, जिससे दिल की मजबूत होता है और दिल की मांसपेशियां सक्रिय रूप से काम कर पाती है।

स्किन के लिए बेहतरीन

तिल त्वचा से जुड़ी परेशानियों में बेहद फायदेमंद होता है। तिल के तेल को लगाने से जहां त्वचा मॉश्चराइज रहती है, तो वहीं तिल के तेल में बने खाने का सेवन करने से शरीर के लिए जरूरी पोषण मिलता है।

छोटी सी इलायची के फायदे बहुत होते हैं। नपुसंकता समेत गैस और एसिडिटी से पाएं छुटकारा

Elaichi Khane ke Fayde : छोटी सी इलायची के फायदे बहुत होते हैं। इलायची खाने के फायदे की हम बात करें तो इलायची में बहुत सारे औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो हमें कई सारी गंभीर बीमारियों से बचाते है। आमतौर पर इलायची दो तरह की होती है काली और हरी। हरी इलायची का उपयोग जहां पूजा-पाठ और व्यंजनों में किया जाता है, तो वहीं मोटी काली इलायची को मसाले के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। आइये जानते हैं हरी इलायची के फायदे बता रहे हैं।

इलायची के पौषक तत्व (Nutrients of Cardamom)

मात्रा प्रति 100 ग्राम

कैलोरी -311

कुल वसा 7 ग्राम 10%

संतृप्त वसा 0.7 ग्राम 3%

पॉलीअनसेचुरेटेड वसा 0.4 ग्राम

मोनोअनसैचुरेटेड वसा 0.9 ग्राम

कोलेस्ट्रॉल 0 मिलीग्राम 0%

सोडियम 18 मिलीग्राम 0%

पोटेशियम 1,119 मिलीग्राम 31%

कुल कार्बोहाइड्रेट 68 ग्राम 22%

आहार फाइबर 28 ग्राम 112%

प्रोटीन 11 ग्राम 22%

विटामिन ए 0% विटामिन सी 35%

कैल्शियम 38% लौह 77%

विटामिन डी 0% विटामिन बी -6 10%

कोबालामाइन 0% मैग्नीशियम

इलायची के प्रकार (Types of Cardamom)

हरी इलायची

बड़ी इलायची

काली इलायची

भूरी इलायची

नेपाली इलायची

बंगाल इलायची या लाल इलायची

इलायची का उत्पादन (Cardamom Production)

विकीपीडिया के मुताबिक, इलायची भारत में मैसूर, मंगलोर, मालाबार में उगाई जाती है। जबकि श्री लंका,एशिया और ऑस्ट्रेलिया में इलायची बहुतायत उगाई जाती है। बड़ी इलायची का विश्व में सबसे बड़ा उत्पादक देश नेपाल है और उसके बाद क्रमशः भारत और भूटान हैं।

इलायची का उपयोग (Cardamom Usage)

1. खाना बनाने में - भारत, नेपाल, पाकिस्तान में खाना और स्वीट डिश यानि मिठाईयों को स्वादिष्ट और खूशबूदार बनाने में उपयोग की जाती है।

2. दवा बनाने में - भारत और चीन में इलायची का उपयोग पेट दर्द और अन्य बीमारियों की दवा बनाने में किया जाता है।

3. पूजा-पाठ में - भारत और नेपाल में छोटी यानि हरी इलायची का उपयोग किया जाता है।

इलायची खाने के फायदे (Cardamom Benefits) :

1 इलायची का नियमित सेवन करने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को मात दी जा सकती है। इलायची के एंटी इंफेलेमेंटरी तत्व मुंह का कैंसर, त्वचा के कैंसर की कोशिकाओं से लड़ने में कारगर साबित होते हैं।

2 अगर आप किसी यौन रोग या गुप्त रोग से परेशान हैं, तो ऐसे में रात को सोते वक्त दूध में इलायची को अच्छे से उबालकर शहद मिलाकर सेवन करें। छोटी दिखने वाली हरी इलायची रामबाण का काम करेगी।

3 अगर आप गैस, एसिडिटी और पेट की समस्या से ग्रस्त हैं, तो हमेशा खाने के बाद इलायची का सेवन करें।

4 इलायची में मैग्नीशियम और पौटेशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जिससे शरीर का ब्लड सर्कुलेशन सामान्य बना रहता है और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने में मदद करता है।

5 इलायची सांस की बीमारी में भी बेहद फायदेमंद होती है। क्योंकि इलायची की तासीर गर्म होती है। इसलिए दिन में एक या दो बार चबाकर या खाने में मिलाकर सेवन करना चाहिए। फेफड़ों के संकुचन और अस्थमा में भी कारगर है।
6 एक शोध के मुताबिक इलायची में मौजूद एंटीऑक्सीडेट तत्व शरीर की शुगर यानि इंसुलिन के लेवल को कम करने में मदद करती है। इसके लिए आप इलायची का सेवन खाने या चाय में मिलाकर कर सकते हैं।
7 इलायची में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी इफेक्ट्स और एंटी ऑक्सीडेंट गुण क्रॉनिक डिजीज यानि एलर्जी और सूजन की समस्या से निजात दिलाने में मदद करती है।
8 हरी इलायची की तासीर गर्म होती है। इसलिए अगर आपको सर्दी-खांसी या गले की खराश की समस्या रहती है, तो ऐसे में हरी इलायची का सेवन करना बेहद फायदेमंद रहेगा। इसके लिए रात को गुनगुने पानी के साथ इलायची को चबा-चबाकर खाएं।
9 इलायची का सेवन करने से पेट में अल्सर की समस्या से छुटकारा मिलता है। क्योंकि इलायची के रोजाना सेवन करने से पाचन संबंधी समस्याओं से निजात मिलती है। शोध के मुताबिक, इलायची का अर्क गैस्ट्रिक अल्सर के आकार को कम से कम 50 फीसदी तक पूरी तरह खत्म कर देता है।
10 इलायची का खाना खाने के बाद सेवन करने से मुंह की दुर्गंध दूर करने के साथ दांतों की कैविटीज की समस्या से भी छुटकारा मिलता है। इसके अलावा उल्टी और मितली की परेशानी भी दूर होती है।
11 इलायची के अर्क का रोजाना सेवन करने पर लीवर से जुड़ी बीमारियों (लीवर के आकार, लीवर के वजन और फैटी लीवर) का खतरा कम होता है। क्योंकि इलायची के अर्क में मौजूद एंजाइम, ट्राइग्लिसराइड से कोलेस्ट्रॉल के स्तर में कमी आती है।
12 अगर आप एंजाइटी यानि बार-बार होने वाली घबारहट की समस्या से परेशान रहती हैं, तो ऐसे में दिन में 2-3 बार या घबरहाट होन पर इलायची का सेवन करना फायदेमंद रहता है। क्योंकि इलायची का एंटीऑक्सिडेंट तत्व ब्लड सर्कुलेशन को सामान्य बनाती है जिससे मूड स्विंग्स में भी राहत मिलती है। ़
13 अगर आप बढ़ते वजन और मोटाप से परेशान रहते हैं, तो ऐसे में अपनी डाइट में इलायची को जरुर शामिल करें। क्योंकि इलायची में मौजूद पौषक तत्व तेजी से वजन घटाने में मदद करती है।
14 इलायची का तेल और इलायची का अर्क का उपयोग करने से फंगल इंफेक्शन, फूड प्यॉवजनिंग और पाचन संबंधी रोगों में रामबाण का काम करती है।
15 इलायची के दानों का बेल की छाल के साथ काढ़ा बनाकर पीने से बुखार में लाभ होता है। इस काढ़े का सेवन दिन में 2-3 बार करें।

सुबह सुबह अदरक गुड़ वाली चाय पीना भी काफी फायदेमंद होता है तो ऐसे बनाएं गुड़ अदरक वाली चाय, स्वाद में लगाएं सेहत का तड़का

सुबह सुबह अदरक गुड़ वाली चाय पीना भी काफी फायदेमंद होता है। यह टेस्टी होने के साथ साथ शरीर के लिए भी काफी लाभदायक होती है। इसी बीच आज हम आपको गुड़-अदरक वाली चाय बनाने का तरीका बताने जा रहे हैं।

सर्दियों में चाय पीने का मजा ही अलग होता है। ऐसे में सुबह सुबह अदरक गुड़ वाली चाय पीना भी काफी फायदेमंद होता है। यह टेस्टी होने के साथ साथ शरीर के लिए भी काफी लाभदायक होती है। इसी बीच आज हम आपको गुड़-अदरक वाली चाय बनाने का तरीका बताने जा रहे हैं। तो आइए जानते हैं गुड़-अदरक वाली चाय की रेसिपी।

सामग्री

दूध - 1 कप

पानी - 1 कप

अदरक - एक इंच

चायपत्ती - 1/2 चम्मच

गुड़ - स्वादानुसार

विधि

- इसे बनाने के लिए आप सबसे पहले गुड़ को टुकड़ों में तोड़ें और फिर एक पैन में पानी डालकर गरम करने के लिए रखें।

- इसके बाद पानी में एक उबाल आने पर गुड़ और अदरक डालकर अच्छी तरह से उबालें।

- फिर अब चायपत्ती डालकर 2 मिनट तक उबालें।

- वहीं दूसरी तरफ पैन में दूध गरम कर लें और जब चायपत्ती का रंग पानी में आ जाए तब गैस बंद कर दें।

- गुड़ वाले पानी को कप में छान लें और ऊपर से गरम दूध डालकर मिला दें।

आपकी गुड़ - अदरक वाली चाय तैयार है।